Wednesday, November 19, 2008

छाप तिलक सब चीनी रे, मोह से नैना मिलायके

छाप तिलक सब चीनी रे, मोह से नैना मिलायके.छाप तिलक सब चीनी रे, मोह से नैना मिलायके.छाप तिलक सब चीनी रे, मोह से नैना मिलायके.
मोह से नैना मिलाई के…छाप तिलक सब चीनी रे, मोह से नैना मिलायके.
छाप तिलक सब चीनी रे, मोह से नैना मिलायके.बात अघं कह दीनी रे मोह से नैना मिलायके.
बल बल जाऊं मैं, तोरे रंग रजवा,बल बल जाऊं मैं….बल बल जाऊं मैं….
ऐसी रंग दो के रंग नाहीं छूते, धोबिया धोये चाहे साड़ी उमरिया
बल बल जाऊं मैं….बल बल जाऊं मैं….
बल बल जाऊं मैं, तोरे रंग रजवा,अपनी सी रंग दीनी रे, मोह से नैना मिलायके.
प्रेम बहती का माधव पिलाय्के
प् नि साग अ माँ गा सा…(रागस बी खान साब)
प्रेम बहती का माधव पिलाय्के,मतवारी कर दीनी रे, मोह से नैना मिलायके.
गोरी गोरी गोरी बैयाँ, हरी हरी चुदियाँ,बहियाँ पकड़ हर लीनी रे, मोह से नैना मिलायके.
खुसरू निजाम के बल बल जियान …खुसरू निजाम के बल बल जियान …
हर काम रास्त राहे, दीं-ऐ व किबला गाहे,मून किबला रास्त कर्दम, बार संत कज्कुलाहय.
खुसरू निजाम के बल बल जियान …खुसरू निजाम के बल बल जियान …
खुसरू निजाम के बल बल जियान …मोहे सुहागन कीनी रे, मोह से नैना मिलायके
बहुत कठिन है डगर पनघट की,कैसे मैं भर लाऊं माधव से मटकी?
ख्वाजा निजामोद्दीन, ख्वाजा निजामोद्दीन,लाज रखो मोरे घूंघट पट की.
खुसरू निजाम के बल बल जियान …मोहे सुहागन कीनी रे, मोह से नैना मिलायके

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